तोतों की यह खूबी उन्हें विरासत में मिलती है और उनके माता-पिता उन्हें दूसरे तोतों का नाम पुकारना सीखाते हैं। तोते के बच्चे जब घोंसले में ही रहते हैं तो उन्हें अपने भाई-बहनों और माता-पिता के नाम की जानकारी हो जाती है। बाद में उन्हें आस पास रहने वाले तोतों की जानकारी हो जाती है।
शोधर्कता कार्ल बर्ग ने वेनेजुएला में हरे तोतों के रहने के तरीके और उनके बर्ताव का अध्ययन करके यह पता लगाया है कि जंगली तोते जब किसी अनजान तोते से मिलते हैं तो उनसे उनका हालचाल पूछने के साथ उन्हें अपना नाम भी बताते हैं।
कार्ल के साथ काम कर रहे शोधकर्ताओं
ने इस अध्ययन के लिए 2011 में 106 मानवनिर्मित घोंसले बनाए और इन सभी घोंसलों की
आडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग की जाती थी।
इसके बाद उन्होंने तोतों के अंडे देने पर 12 अंडे एक दूसरे के घोंसलों में रख दिये। दूसरे तोतों के घोंसले में रखे गए अंडे से निकले बच्चों और अपने माता पिता के घोंसले में पलने वाले तोतों के बच्चों की आवाज रिकॉर्ड की जाती रही।
रिकॉर्ड का अध्ययन करने पर पता चला कि भले ही कुछ तोते अपने माता-पिता के पास नहीं पले-बढ़े, लेकिन उन्हें दूसरे तोतों ने बिलकुल वैसी ही शिक्षा दी जैसा कि असली माता-पिता दे रहे थे।
कार्ल के मुताबिक इन पक्षियों की आवाज सुनकार भले ही लगता है कि वे निरथर शोर कर रहे हैं लेकिन वास्तव में वे कुछ भी निरथरक नहीं बोलते और उनकी संवाद प्रणाली बहुत अच्छी है। (वार्ता)
इसके बाद उन्होंने तोतों के अंडे देने पर 12 अंडे एक दूसरे के घोंसलों में रख दिये। दूसरे तोतों के घोंसले में रखे गए अंडे से निकले बच्चों और अपने माता पिता के घोंसले में पलने वाले तोतों के बच्चों की आवाज रिकॉर्ड की जाती रही।
रिकॉर्ड का अध्ययन करने पर पता चला कि भले ही कुछ तोते अपने माता-पिता के पास नहीं पले-बढ़े, लेकिन उन्हें दूसरे तोतों ने बिलकुल वैसी ही शिक्षा दी जैसा कि असली माता-पिता दे रहे थे।
कार्ल के मुताबिक इन पक्षियों की आवाज सुनकार भले ही लगता है कि वे निरथर शोर कर रहे हैं लेकिन वास्तव में वे कुछ भी निरथरक नहीं बोलते और उनकी संवाद प्रणाली बहुत अच्छी है। (वार्ता)
No comments:
Post a Comment