Monday, May 26, 2014

भारत में भ्रष्ट्र


एक आदमी ने धरती से किया प्रस्थान,
351;मराज के कक्ष में घड़ियां देखकर रह गया हैरान।
हर देश की अलग घड़ी थी,
कोई छोटी, कोई बड़ी थी।
कोई दौड़ रही, कोई बंद, कोई तेज, कोई मन्द,
उनकी अलग-अलग रफ्तार देखकर आदमी चकराया।

क 66;रण पूछा तो यमराज ने बताया,
हर घड़ी की उसी हिसाब से है रफ्तार,
जि 360; हिसाब से हो रहा है उस देश में भ्रष्ट्र 30;ार।

आदमी ने चारों तरफ नजर दौड़ाई,
ले 325;िन भारत की घड़ी कहीं भीनजर नहीं आई,
आदमी मुस्कुरा 51;ा, यमराज के कान में फुसफुसाय 66;,
कांग्रेस वाले भ्रष्टाच 66;र यहां भी ले आए,
सच-सच बताओ, घड़ी न रखने के कितने पैसे खाए।

यमरा 32; बोले: तेरे शक की सुई तो बिना बात उछल रही है,
मेरे बेड रूम में जाकर देख, पंखे की जगह भारत की घड़ी चल रही है।।।।

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