बेटा: पिताजी, युद्ध कैसे शुरू होते हैं?
पिताजी: मान लो अमेरिका और इंग्लैंड में किसी बात पर मतभेद हो गया...
माँ: लेकिन अमेरिका और इंग्लैंड में मतभेद हो ही नहीं सकता।
पिताजी: अरे भई मैं तो सिर्फ उदाहरण दे रहा था...
माँ: मगर तुम गलत उदाहरण देकर बच्चे को बहका रहे हो।
पिताजी: मैं नहीं बहका रहा हूँ...
माँ: ये बहकाना नहीं तो और क्या है?
पिताजी: चुप रहो.. एक बार कह दिया न कि नहीं बहका रहा हूँ, मतलब नहीं बहका रहा हूँ।
माँ: मैं क्यों चुप रहूँ, ये मेरे बच्चे की पढ़ाई का सवाल है। आज ये बॊल रहे हो कल को कुछ और गलत बोलोगे...
बच्चा: प्लीज... आप लोग झगड़ा मत करिये... मैं समझ गया कि युद्ध कैसे शुरू होते हैं।
पिताजी: मान लो अमेरिका और इंग्लैंड में किसी बात पर मतभेद हो गया...
माँ: लेकिन अमेरिका और इंग्लैंड में मतभेद हो ही नहीं सकता।
पिताजी: अरे भई मैं तो सिर्फ उदाहरण दे रहा था...
माँ: मगर तुम गलत उदाहरण देकर बच्चे को बहका रहे हो।
पिताजी: मैं नहीं बहका रहा हूँ...
माँ: ये बहकाना नहीं तो और क्या है?
पिताजी: चुप रहो.. एक बार कह दिया न कि नहीं बहका रहा हूँ, मतलब नहीं बहका रहा हूँ।
माँ: मैं क्यों चुप रहूँ, ये मेरे बच्चे की पढ़ाई का सवाल है। आज ये बॊल रहे हो कल को कुछ और गलत बोलोगे...
बच्चा: प्लीज... आप लोग झगड़ा मत करिये... मैं समझ गया कि युद्ध कैसे शुरू होते हैं।
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