Wednesday, November 26, 2014

नयें चुटकुले

एक आदमी ने एक वकील के ऑफिस में फ़ोन किया और वकील का नाम लेकर कहा कि मैं अपने वकील से बात करना चाहता हूँ।

रिसेप्शन वाले ने कहा, "जी माफ़ कीजिये, पिछले हफ्ते ही उनका देहांत हो गया।"

अगले दिन फिर से उस आदमी ने उसी तरह पूछा, "जी, क्या मैं अपने वकील के साथ बात कर सकता हूँ?"

रिसेप्शन वाले ने फिर से वही बात कही कि माफ़ कीजिये उनका पिछले हफ्ते देहांत हो गया।

अगले दिन फिर से उस आदमी ने फोन किया, "क्या मैं अपने वकील से बात कर सकता हूँ?"

रिसेप्शन वाले ने उस दिन दुखी होकर उसे पूछ ही लिया, "सर आज ये आपका तीसरा दिन है, लगातार मैं आपको बता रहा हूँ कि आपके वकील मर चुके हैं। आप फिर भी बार-बार फोन करके क्यों पूछ रहे हैं?"

उस आदमी ने बड़ी सहजता से जवाब दिया, "क्योंकि यह सुनकर मुझे बहुत ख़ुशी मिलती है कि अब मेरे पैसे बच जायेंगे।"

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एक मंत्री जी भाषण दे रहे थे उसमें उन्होंने एक कहानी सुनाई: 

एक व्यक्ति के तीन बेटे थे, उसने तीनों को 100-100 रूपए दिए और ऐसी वस्तु लाने को कहा जिससे कमरा पूरी तरह भर जाये।

पहला पुत्र 100 रूपए की घास लाया पर उससे पूरी तरह कमरा नही भरा।

दूसरा पुत्र 100 रूपए का कपास लाया उससे भी कमरा पूरी तरह नही भरा।

तीसरा पुत्र 1 रूपए की मोमबती लाया और उससे पूरा कमरा प्रकाशित हो गया।

आगे उस मंत्री ने कहा हमारे प्रधानमंत्री उस तीसरे पुत्र की तरह है, जिस दिन से राजनीति में आये है उसी दिन से हमारा देश उज्जवल प्रकाश और समृद्धि से जगमगा रहा है।

तभी पीछे से किसी आदमी की आवाज आई वो सब तो ठीक है बाकी के 99 रूपए कहाँ है?

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दारू एकम दारू - महफिल हुइ चालू

दारू दुनी गिलास - मजा आयेगा खास

दारू तिया वाईन - टेस्ट एकदम फाईन

दारू चौके बियर - डालो नेक्स्ट गियर

दारू पंजे रम - भूल जाओ गम

दारू छक्के ब्रांडी - खाओ चिकन हाँडी

दारू सत्ते व्हिस्की - काॅकटेल है रिस्की

दारू अठ्ठे बेवडा - लाओ सेव चिवडा

दारू नम्मे खंबा - ज्यादा हो गइ, थांबा

दारू दहाम चस्का - नेक्स्ट पार्टी किसका?

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एक औरत सड़क पर गोद में अपने बच्चे को लेकर रोये जा रही थी, तभी वहाँ से संता गुज़र रहा था। संता ने उसके रोने का कारण पूछा।

औरत बोली, "बच्चा बहुत बीमार है और दवा के लिए पैसे नहीं हैं।"

संता ने जेब से 1000 का नोट दिया और कहा कि जाओ जाकर दवाई ले आओ और बच्चे के लिए कुछ खाना और दूध भी ले लेना, बाकी जो बचे मुझे लाकर लौटा देना मैं यहीं खडा हूँ।

थोड़ी देर बाद औरत आई और 800 रूपये लौटाती हुई बोली कि 100 रुपये डाक्टर ने लिए, 60 रुपये का खाना और 40 रुपये का दूध आया है।

संता बहुत खुश हुआ और सोचने लगा कि 'नेकी कभी बेकार नहीं जाती। डाक्टर को फीस भी मिल गई, बच्चे को दवा, दूध और खाना भी मिल गया।
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और मेरा नकली नोट भी चल गया।


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