Thursday, January 30, 2014

Very Funny Jokes

Sardar Ji: Hamne Mobile Marriage Bureau shuru kiya hai: "Rishtey k liye 1 dabaye, Mangni k liye 2 dabye, Shadi k liye 3 dabye."
Man: Hum Dusri Shadi k liye kya dabaun?
Sardar Ji: Dusri shadi k liye pehle wali ka gala dabye ..!
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Bhongasing ek ped per chadh Gaye.
Upar baithey Monkey ne poocha: Upar kyon aaye?
Bhongasing: Apple khane.
Monkey: Yeh to aam ka ped hai.
Bhongasing: Pata hai, Apple saath laya hun.
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Saas (bahu se): Bhagwan ne tumhe 2-2 aankhe di. Chawal me se 2-4 pathhar nahi nikal sakti kya.
Bahu: Very funny! Bhagwan ne tumhe 32 daant diye 2-4 pathhar bhi nahi chaba sakti ?
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Raja Pervaiz Ashraf: Yaar mujhey Mother's Day pe koi Message nhi aaya?
Secretary: Sir, Pakistan me jub Light jati hai,
Log aap ki Maa ko hi yaad kertey hain!!!
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Desi Maalik Makaan: OK, mein tumko kiraya dene ke liye aur 3 din ki mohlat deta hun.
Kirayedar: Theek hai ji, mein Diwali, Holi aur Chrismas ke 3 din select karta hoon.
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Lalu ji ek mahina obama ke pas se engish ki training lekar vaps aaye
ek din unhe ek call aaya. lalu ji bole "Who is speaking?". jawab aaya "Hum Sasura Obama bol raha hun".
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Boy: Tu Dharti Pe Chahe Jahan Bhi Rahe Gi, 
Tujhe Teri Khushbu Se Pehchan Loonga...
Girl: Mujhe Pehle Se Pata Tha, Tum Kuttay Ho...
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Dad:result ka kya hua
Son: Dad, ek good news hai aur aik bad news
Dad:good news bata.
Son : mai pass ho gya.
Dad : great, aur bad news.
Son:good news galat hai.
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Ek operation ke baad patient bola:
'doctor sahab Kya ab main aap logo se mukt hu?'
Beta doctor to neeche reh gye, main to Yamraj hun!!!!
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husband-talak lena hai,
advocate-talak lene ke liye 5000rp lagenge,
husband-pagal ho kya?pandit ne 51rp me shadi kari thi.
advocate-dekh liye na saste ka Natija!!
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Girlfriend (boyfriend se): Ab hame shaadi kar leni chahiye.
Boyfriend: Voh to theek hai... par hum se shaadi karega koun?
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Waiter-Apne samose aur pakodon ko andar se kha liya, lekin bahar ka saara chhod diya! Aisa kyon?Customer-Kyonki doctor ne kaha hai, bahar ka khaana mat khao..
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Santa : matlbi dost se bach kar raho.
Banta : magar matlbe dost ka pta kaise chalega. Santa=simple,sare dosto ko msg karojo reply na de samjah lo wo hi matlbi hai.
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Banta dairy likh raha tha
"aaj meri behan ko baccha hone wala hai pata nahi ladka hoga ya ladki,
isliye mujhe ye bhi pata nahi ki me mama banunga ya mami". 

Hindi jokes

नेताजी - चिल्ला -चिल्ला कर कह रहे थे -हर आदमी को हर चीज मिलनी चाहिए | जो चीज तुम्हें अच्छी लगे ,ले लो | यदि तुम्हें भूख लगे तो खाने की दूकान लूट लो | यदि ठण्ड लगे तो दुकान का सबसे अच्छा सिला कोट उठा लो.... भाषण देने के बाद वे मंच से नीचे उतरे और चिल्लाए -अरे मेरी साइकिल कौन उठा ले गया
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कमल - वह कौन-सी शक्ति थी , जिसने तुम्हें अपनी प्रेमिका से समझौता करने पर विवश किया ?

विमल - जल शक्ति |

कमल - यार ठीक -ठीक बताओ , मजाक मत करो |

विमल - मै सच कह रहा हूं , मै उसके आंसू सहन नही कर सका 

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घर में कलह होंने के बाद पति ने गुस्से में पंखे से रस्सी का फंदा लटकाया और स्टूल पर चडकर रस्सी को गले में डालने के लिए तैयार हो गया | पत्नी - जो ,कुछ करना है जल्दी करो | पति - तुम मुझे शांति से मरने भी नही दोगी? पत्नी - मुझे अभी स्टूल की जरुरत है |
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सेठानी - देखों आया , तुम अपनी तनख्वाह से ज्यादा तो बर्तन तोड देती हो | नौकरानी -किचन में बहुत भीड हो रही थी | सेठानी- नुकसान तो हमारा हुआ ना ? नौकरानी -मालकिन मेरी तनख्वाह बढा दीजिए , बर्तन कम हो जाएंगे तनख्वाह आगे निकल जाएगी
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बस में बैठी हुई एक खूबसूरत युवती की गोद में कुत्ते का पिल्ला देखकर एक वृद्ध महिला ने कहा -बेटी ,अगर इस पिल्ले की जगह तुम्हारी गोद में कोई नन्हा -मुन्ना बच्चा होता , तो तुम्हारी सुंदरता में चार चांद लग जाते | सुंदर युवती ने बुरा सा मुंह बनाकर कहा -मैं शादी -शुदा नहीं हुं

ऐसे थे बादशाह अकबर के नवरत्न बीरबल



Akbar - Birbal



मुगल बादशाह अकबर का नाम आए और बीरबल की बात न निकले ऐसा हो ही नहीं सकता। बीरबल की विनोदप्रियता और बुद्धिचातुर्य ने न केवल बादशाह अकबर, बल्कि मुगल साम्राज्य की प्रजा का भी मन मोह लिया था।

लोकप्रियता में बीरबल का कोई सानी नहीं था। वे उच्च कोटि के प्रशासक, और तलवार के धनी थे। पर शायद जिस गुण के कारण वे बादशाह अकबर को परम प्रिय थे, वह गुण था उनका उच्च कोटि का विनोदी होना।



वैसे तो बीरबल के नाम से प्रसिद्ध थे, परंतु उनका असली नाम महेशदास था। ऐसा विश्वास किया जाता है कि यमुना के तट पर बसे त्रिविक्रमपुर (अब तिकवांपुर के नाम से प्रसिद्ध) एक निर्धन ब्राह्मण परिवार में पैदा हुए थे।

लेकिन अपनी प्रतिभा के बल पर उन्होंने बादशाह अकबर के दरबार के नवरत्नों में स्थान प्राप्त किया था। उनकी इस अद्भुत सफलता के कारण अनेक दरबारी उनसे ईर्ष्या करते थे और उनके विरुद्ध षड्‍यंत्र रचते थे।  


बीरबल सेनानायक के रूप में अफगानिस्तान की लड़ाई में मारे गए। कहा जाता है कि उनकी मृत्यु ईर्ष्यालु विरोधियों का परिणाम थी। बीरबल की मृत्यु के समाचार से बादशाह अकबर को कितना गहरा आघात पहुंचा था।

इसका परिणाम है उनके मुख से कविता के रूप में निकली ये पंक्तियां -
दीन जान सब दीन,
एक दुरायो दुसह दुख,
सो अब हम को दीन,
कुछ नहीं राख्यो बीरबल। 



बहुत कम लोगों को पता होगा कि बीरबल एक कुशल कवि भी थे। वे ‘ब्रह्म’ उपनाम से लिखते थे। उनकी कविताओं का संग्रह आज भी भरतपुर-संग्रहालय में सुरक्षित है।

बादशाह अकबर के लिए बीरबल सच्चे सखा, सच्चे संगी थे। बादशाह अकबर के नए धर्म दीन-ए-इलाही के मुख्य 17 अनुयायियों में यदि कोई हिंदू था, तो वे अकेले बीरबल। 

अकबर-बीरबल के रोचक और मजेदार किस्से : गधा कौन?

Akbar Birbal ke Gudgudate Kisse


एक बार बादशाह अकबर अपने दो बेटों के साथ नदी के किनारे गए। साथ में बीरबल भी थे।

दोनों बेटों ने अपने कपडे़ उतारे और नदी में नहाने उतर गए।
बीरबल को उन्होंने अपने कपड़ों की रखवाली करने के लिए कहा।



बीरबल नदी किनारे बैठ कर उन दोनों के आने का इंतजार करने लगे। कपडे़ उन्होंने अपने कंधों पर रखे हुए थे।
बीरबल को इस अवस्था में खडे़ देख बादशाह अकबर के मन में शरारत सूझी। 

उन्होंने बीरबल को कहा, 'बीरबल तुम्हें देख कर ऐसा लग रह है जैसे धोबी का गधा कपडे़ लाद कर खडा़ हो।'

बीरबल ने झट से जवाब दिया, 'महाराज धोबी के गधे के पास केवल एक गधे का ही बोझ होता है, किंतु मेरे पास तो तीन-तीन गधों का बोझ है।'

बीरबल के मुंह से जवाब सुनकर बादशाह अकबर निरूत्तर हो गए।

Wednesday, January 29, 2014

Students Jokes

3rd class ka baccha: Madam main apko kaisa lag raha hu?
Madam: so sweet…
Baccha: to mai apne mummy papa ko kab bheju apke ghar ?

Madam: kyu ?
Baccha: Baat age badhane ke liye ..
Madam: ye kya Bakhwass hai..!
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Baccha: Tution ke liye… kya Madam app bhi na kasam se wattsapps padh padh ke Bigad gyi ho..

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Heart Touching….!
Kabhi pehli baar school jaane mein darr lagta tha, Aaj har rasta khud hi chunte hai..!!
Kabhi mummy-papa ki har baat sacchi lagti thi, Aaj unhi se jhooth bolte hai..!!
Kabhi chhoti si chot kitna rulati thi, Aaj dil toot jata hai phir bi sambhal jaate hai..!!
Pehle dost bas saath khelne tak yaad rehte the, Aaj kuch dost jaan se zyada pyare lagte hai..!!
Ek din tension ka meaning maa se puchna padta tha, Or aaj tension soulmate lagta hai..!!
Ek din tha jab pal mein ladna, pal mein manana to roz ka kam tha,
Aaj ek baar jo juda hue toh rishte tak kho jate hai..!!

Sachi, zindagi ne bahut kuch sikha diya..!! Na jaane rabb ne humko itna jaldi bada kyun bana Diya…..!
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2 well dressed ENGINEERS went to an expensive restaurant,
ordered 2 drinks then got sandwiches from their..
own briefcases & proceeded to eat them.

WAITRESS: Sorry, sirs, but you cannot eat your OWN food here!
Its against the rules here.


The engineer EXCHANGED sandwiches & continued their meals..
Only engineers can easily find solution…
proud 2 b a engineer :D

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Hum pencil ka istemal karte the jab chhote the.
par ab pen istemal karte hai.
aapko pata hai kyun..??

kyun ki bachpan me galtiya mit sakti thi par ab nahi.
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Santa: Tu Mirror ke samne baith kar kyun padhta hai?
Banta: Iske 3 fayde hain.
1. Sath me revision ho jata hai.
2. Khud pe nazar bhi rehti hai.
3. Padhne ke liye company mil Jati.

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Different age groups:
1st to 3rd class: Hey I studied everything for exam.
4th to 6th class: Hey That question was very hard so i leave only that question.
7th to 10th class: Hey Read only important questions.
11th class: I think 4 chapters are enough 2 get pass.
12th class: Kal exam kaun sa hai yaar ??

And in college:
Saalo bataa to dete aaj exam hai, main toh pen bhi nahi laya..!! :D 8O

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College ke piche nadi mein Principle doob raha tha…
Pappu Ne Dekha aur zooor zooor se chillate hue bhaaga..

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kal chhutti hai..
kal chhutti hai.. :D


Funny Jokes

KG Boy: Mam may I go to toilet?
Mam: No, A to Z sunao fir jana.
Boy: ABCDEFGHIJKLMN__QRS_UVWX_Z.
Mam: P,O,T,Y kaha hai!!
Boy: Meri chaddi mein…!!! :cry:
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Ek Kutti raat ko raaste par ja rahi thi…
Raaste mein 5/6 kutte mile..
Kutti gabhra gayi…
Kutto ne kaha aap aaram se jaiye aur dariye nahi..
Hum kutte hai Insaan nahi.. 8-O :roll: 
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June mein kabhi holi nahi hoti
May mein kabhi Diwali nahi hoti
Koi pyar bhara dil roya hoga
Varna January me kabhi barsat nahi hoti.

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Kash pyar ka insurance ho jata,
pyar karne se pehle premium bharwaya jata.
pyar me wafa mili to theek warna,
bewafaon pe jo kharcha hota uska claim to mil jata.. :D

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Boy ki engagement 1 bohut Khubsurat Ladki se fix hui…
Woh dono pure din rat whatsap se baat kiya karte rehte the.
Akhir vo raat aahi gaii..
ush raat ladka, ladki ka ghoonghat uthaakar bola..
Tum wakai hi bahut khubsurat ho… Tumhe kya gift karu..
Ladki sharmati hui boli….
“Do aap taa Dill Tale….”.

MORAL: Kam se kam ek call toh kar lena chahiye tha, Bus dekh liya whats aap ka natija. :shock: :D
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Bihari aurat Cheque Cash karane gai..
Clerk: Sign kro.
Aurat: Kaise?
Clerk: PATI ko jaise chithi ke end me likhti ho.

Aurat ne likha..
“TOHAAR CHUMAA KI PYASI BIJLI” 

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“AAJ BHARAT BAND”
All schools, colleges, offices, Market & City will be closed
Pls inform to all your friends & govt of india
?
?
?
?
REASON: MERA MOOD OFF HAI. :D

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Sir: Define Energy?
Santa: Sir pura nai aata hain, thoda last ka pata hain, bas…
Sir: Thik hain, jitna aata hain utna bolo.

Santa: “and this is called Energy…” :-P

अकबर-बीरबल के रोचक और मजेदार किस्से : सब लोग एक जैसा सोचते हैं...



Akbar Birbal Story


दरबार की कार्यवाही चल रही थी। सभी दरबारी एक ऐसे प्रश्न पर विचार कर रहे थे जो राज-काज चलाने की दृष्टि से बेहद अहम न था। सभी एक-एक कर अपनी राय दे रहे थे।
बादशाह दरबार में बैठे यह महसूस कर रहे थे कि सबकी राय अलग है। उन्हें आश्चर्य हुआ कि सभी एक जैसे क्यों नहीं सोचते!

तब बादशाह अकबर ने बीरबल से पूछा, 'क्या तुम बता सकते हो कि लोगों की राय आपस में मिलती क्यों नहीं? सब अलग-अलग क्यों सोचते हैं?

'हमेशा ऐसा नहीं होता, बादशाह सलामत!' बीरबल बोला, 'कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं जिन पर सभी के विचार समान होते हैं।' इसके बाद कुछ और काम निपटा कर दरबार की कार्यवाही समाप्त हो गई। सभी अपने-अपने घरों को लौट चले।

उसी शाम जब बीरबल और बादशाह अकबर बाग में टहल रहे थे, तो बादशाह ने फिर वही राग छेड़ दिया और बीरबल से बहस करने लगे।
तब बीरबल बाग के ही एक कोने की ओर उंगली से संकेत करता हुआ बोला, 'वहां उस पेड़ के निकट एक कुंआ है। वहां चलिए, मैं कोशिश करता हूं कि आपको समझा सकूं कि जब कोई समस्या जनता से जुड़ी हो तो सभी एक जैसा ही सोचते हैं।
मेरे कहने का मतलब यह है कि बहुत-सी ऐसी बातें हैं जिनको लेकर लोगों के विचार एक जैसे होते हैं।’

बादशाह अकबर ने कुछ देर कुंए की ओर घूरा, फिर बोले, 'लेकिन मैं कुछ समझा नहीं, तुम्हारे समझाने का ढंग कुछ अजीब-सा है।' बादशाह जबकि जानते थे कि बीरबल अपनी बात सिद्ध करने के लिए ऐसे ही प्रयोग करता रहता है।

'सब समझ जाएंगे हुजूर!' 

बीरबल बोला, 'आप शाही फरमान जारी कराएं कि नगर के हर घर से एक लोटा दूध लाकर बाग में स्थित इस कुंए में डाला जाए। दिन पूर्णमासी का होगा। हमारा नगर बहुत बड़ा है, यदि हर घर से एक लोटा दूध इस कुएं में पड़ेगा तो यह दूध से भर जाएगा।’

बीरबल की यह बात सुन बादशाह अकबर ठहाका लगाकर हंस पड़े। फिर भी उन्होंने बीरबल के कहेनुसार फरमान जारी कर दिया।

शहर भर में मुनादी करवा दी गई कि आने वाली पूर्णमासी के दिन हर घर से एक लोटा दूध लाकर शाही बाग के कुंए में डाला जाए। जो ऐसा नहीं करेगा उसे सजा मिलेगी।

पूर्णमासी के दिन बाग के बाहर लोगों की कतार लग गई। इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा था कि हर घर से कोई न कोई वहां जरूर आए। सभी के हाथों में भरे हुए पात्र (बरतन) दिखाई दे रहे थे।

बादशाह अकबर और बीरबल दूर बैठे यह सब देख रहे थे और एक-दूसरे को देख मुस्करा रहे थे। सांझ ढलने से पहले कुंए में दूध डालने का काम पूरा हो गया। हर घर से दूध लाकर कुंए में डाला गया था। 

जब सभी वहां से चले गए तो बादशाह अकबर व बीरबल ने कुंए के निकट जाकर अंदर झांका। कुंआ मुंडेर तक भरा हुआ था। लेकिन यह देख बादशाह अकबर को बेहद हैरानी हुई कि कुंए में दूध नहीं पानी भरा हुआ था। दूध का तो कहीं नामोनिशान तक न था।

हैरानी भरी निगाहों से बादशाह अकबर ने बीरबल की ओर देखते हुए पूछा, 'ऐसा क्यों हुआ? शाही फरमान तो कुंए में दूध डालने का जारी हुआ था, यह पानी कहां से आया? लोगों ने दूध क्यों नहीं डाला?’

बीरबल एक जोरदार ठहाका लगाता हुआ बोला, 'यही तो मैं सिद्ध करना चाहता था हुजूर! मैंने कहा था आपसे कि बहुत-सी ऐसी बातें होती हैं जिस पर लोग एक जैसा सोचते हैं, और यह भी एक ऐसा ही मौका था। लोग कीमती दूध बरबाद करने को तैयार न थे। वे जानते थे कि कुंए में दूध डालना व्यर्थ है। इससे उन्हें कुछ मिलने वाला नहीं था।

इसलिए यह सोचकर कि किसी को क्या पता चलेगा, सभी पानी से भरे बरतन ले आए और कुंए में उड़ेल दिए। नतीजा…दूध के बजाय पानी से भर गया कुंआ।’

बीरबल की यह चतुराई देख बादशाह अकबर ने उसकी पीठ थपथपाई।

बीरबल ने सिद्ध कर दिखाया था कि कभी-कभी लोग एक जैसा भी सोचते हैं।

(समाप्त) 

Kapil Show Jokes

Sabse Purana Janwar Kaunsa hai?

gutthi-funny-joke-comedy-nights

Batao Sabse Purana Janwar Kaunsa hai?
Gutthi: Zebra, coz wo Black & White hota hai na!
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Kapil’s Shayari in Sidhu Style for Gambhir 

Situation: If batsman hits the ball, and Gambhir catches the ball
Batsman ne balla ghumaya,
ball nikli jaise teer
Duniya mein aisa koi catch nahin
Jo pakad na sake Gambhir

Situation: If batsman hits the ball, and Gambhir drops the catch
Batsman ne balla ghumaya,
ball nikli jaise teer
Jab ball hi ban gayi teer
To kya kar lega Gambhir
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Engineers get Babaji Ka Thullu

ENgineering-comedy nights joke
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Sunil Grover (Gutthi) Funny Shayari in Comedy Nights 

Gutthi-Sunil-Grover-Anu-Malik-Comedy-Nights-Kapil

Na train mein, na phoolo mein
na rasoi mein na rain mein
dard milta hai to
tere diye hue pain mein…!

Na tan se, na mann se, na dhan se
Sarkar darti hai, to anna ke anshan se

Tuesday, January 28, 2014

Jagar–Magar

Akbar ne bhari shaba mein ghosna ki iss baar muhrram par sabhi darbari apne mehalo ko acchi tarah sajaye. Jiske mehal mein sabse acchi roshni hogi, use purskar diya jayega. Muhrram ke din badshah ghode par sawar hokar birbal ke sath darbariyo ke mehalo ki roshni dekhne nikle, sabhi ke mehal jagar–magar kar rahe the, birbal ke mehal kea age raja rook gaye, bole–bas, do–char Deepak, tumne humari aagya ka palan nahi kiya h.

badshah ko lekar birbal nagar ke bahar garibo ki basti mein gaya, waha jhopdiya prkash se damdama rahi thi, birbal badshah akbar se bola, dekhiye aapki aagya ka maine hi sahi palan kiya h inhe hi roshni ki sabse jyada jarurat h badshah ne muskura kar purskar ki rashi garibo mein baat di.



akbar_birbal

Jute Chipaye gaye



Raja darbar mein baithe the. Inhe birbal se hasi karne ki suji. Ath: ek naukar se kehkar birbal ka juta chipa diya aur birbal ko aisa kaam batlaya jiski wajah se unhe sabha bhawan ke bahar jana pada ab whe apna juta khojne lage. Lekin waha to pehle se hi karwahi ki ja chuki thi. Jab birbal hairan ho gaye, to raja ne uski pareshani ka karan pucha to malum hua ki juta nahi mila raha h raja ne hokum diya ki humari taraf se inhe jute de diye jaye. Raja ka hukam pakar naukaro ne naya juta lakar birbal ko pehna diya. Jab juta pehan chuke to birbal bole ki iske badle mein bhagwan parlok mein hazaro jute de. Meri yeh mangal kamna h.

Birbal ki yeh baat sunkar akbar sharm se nat mastak ho gaye.

Birbal Kala Kaise Hua

Birbal ka rang sanwla tha. Ek din darbar ke waqt logo mein manushe ki sundarta or kurupta par behas chidi.
Bahut se log kewal samran kar uski kurupta par has pade. Uss samay birbal darbar mein upastit n the, jab kuch kaloparant birbal lautkar aaya to darbari log use dekhkar jor jor se hasne lage, birbal chahta tha ki unki bas aaksmik hasi ka karan puche. Lekin phir kuch soch–vichar kar chup reh gaya. Idhar udhar ki baat hui. Kuch der mein birbal ko mauka mila to badshah se bola jahapanah aap log badhe hasmukh kyu dhikayi padte h?
Badshah ne kaha– logo ke hasne ka karan tumhari kurupta h, we kehte h sab log gore h aur birbal kala kaise hua.
Birbal bola afsos h ki abhi tak iska karan gyat nahi. Badshah ne kaha bala bina batlaye unn logo ko kaise malum ho. Yadi tum jaankari rakhte ho to batakar sabke bharm ka nivaran karo.
Birbal ne utar diya– jahapanah! Jis samay ishwar ne sristhi ki rachna aaramb ki to sabse pehle pedho aur belo ki rachna ki par itna hi karke weh santusht nahi hua. Itna karke kuch samay aanand ka upbhog karta raha phir usse bhi uttam jivo ki rachna karne ka vichar kar manushe ki rachna ki. Tab usne ati aanadit hokar pehle use roop, dusre dhan, teesre budhi aur chote bal pardan kiya.

Charo chijo ko juda juda rakhkar sab manushe ko farmaya ki inn charo mein jiski jo pasand ho apni icchaanusar le lena iss kaam ke liye kuch samay nirdharit kar diya. Mein budhi lene mein reh gaya. Jab dusri chij lene gaya to samay bhit gaya tha. Esliye khali hath lautna pada. Mein budhi lekar reh gaya aap log to dhan, roop ke lalch mein padh gaye. Iss karan se kurup hua.
Birbal ke iss utar se badhshah aur darbariyo ka mann tut gaya aur phir unn logo ne kabhi birbal ki hasi nahi udhayi.




birbal kala kaise hua

Sadak Kis Taraf Jati H



Ek din badshah subh wayu ka sewan ke liye birbal ke sath jungal mein bahut door nikal gaye. Lautthe waqt rasta bhul gaye. Unhe dusri taraf se aata hua ek dehati mila. Badshah ne use raste ka jaankar samjhkar pucha-bhai yeh sadak kis taraf jati h.?
Uss aadmi ne utar diya– aap log nipat nadan jaan padte h, bhala sadak bhi kahi jati h yeh jad h iss par chalne wali yatri yaha waha aate jaate rehte h. badshah birbal ke sahit uss ganwar se khus ho gaye aur usse ek swaran sikka inaam dekar khus kiya.

Kanjus ka Dershe

Delhi sehar mein ek badha hi kanjus makhi chus rehta tha katin parisharm karne par bhi jo kuch use milta tha uske thode mein apna pet bharta aur baaki jama karta tha, iss tarah uske pass kahi jawarat ho gaye the, uska rehan-sehan aisa tha ki logo ke sehsa vishwas hi nahi ho sakta tha ki iske pass jawarat honge, uska ghar ek mamuli fhus ki jhoadi thi jisme ek tuta–futa ek chota sa ek sanduk mumkin h baba aadam ke zamane ki thi, usi mein apne jawahari ki kathri gudaro mein chipye rakhe tha, devyog se ek din uss fuss ki jhopadi mein aag lag gayi. Kanjus yeh dekhkar dahad markar rone laga. Uska shor sunkar uske ados–pados ke log aa gaye, aur aag bhujane mein madad dene lage kintu weh bhujne ke bjaye adhik badh gayi. Aag ki lapto ko badta dekhkar kanjus aur bhi joro se chila chila kar rone lage. Uska rona sunkar uske pass hi ek sunar usko daat kar bola ki ek kaanse ki kadhai ke liye kyu jaan de raha h.
Kanus yeh sunkar bola–bhai tum to kadhai ko jalte dekh rahe ho kintu mein to apne jwharat ko dekh raha hu yeh sunkar sunar bola ki weh dhan kaha chipa hua h? kanjus ne ungli kar ke sthan koi share se batla diya. Jaha sanduk thi, sunar ke jee mein lalch sama gaya weh bola ki yadi mein jawahrat ko bahar nikal laya to apne manmani chij tumhe dekar baaki rakam le lunga. Adh tejsingh budh serves jata yeh khyal kar kanjus ne sunar ko ijjajat de di. Karta bhi kya kuch bhi n to thoda pana accha h.



birbal ki khahani

Sunar bhi apni jaan jhokim mein daal lalch wash dhadkati hui agni mein khud pada aur sandook liye bahar aaya. Jab aag shant hui to sunar ne kanjus ko kewal sandook dekar baaki jawarat khud le liye yeh dekhkar kanjus ne aankani ki to sawarnkar bola ki tumne pehle hi maan liya tha jo mein chahu weh tumhe de du. Kanjus ne namar hokar kaha ki bhai sahib aapne jaan par khel kar aisa kiya h to aap aadha dhan le lo. Aadha mujhe swikar h, sunar rapatkar bola ki mere tere bich pehle hi shart ho chuki thi ki mein jo chahu use tumhe dedu, ab chalaki se kaam nahi chalega.
Baat dono mein badh gayi kanjus ne bahutera pryas aadha jawaraat pane ko kiya aant mein lachar ho badshah ke yaha naalis ki,
Badshah ne pechida mamla samjh birbal ko bulaya aur sara haal dono se bayan karwaya thodi der ke liye birbal vichar magan ho gaye baad mein birbal ne sunar se pucha ki tum dono ke bich kya sharat hui thi? Sunar bola garib parvar! Hum dono ke bich yeh shart the hui thi ki uss dadkati aag mein parvesh kar jo jawarat wali sandook ko nikal layega weh jo pasand kare dusro ko deve baaki aap leve. Yeh sunkar birbal ne kanjus se pucha ki jo baat sunar kehta h kya yahi h? kanjus ne sawikar kar liya to birbal bola ki phir kyu tum niptara nahi kar lete. Jab sharat ho hi chuki h ab jo wo deta h le lo.
Kanjus ne dukhi hokar kaha aalijaha! Weh to keval sandook mujhe dekar sab jewraat khud le raha h. Birbal ne sunar ko bulaka kaha ki tumhe kaun si chij pasand h. sunar bola hujur jawarat birbal yeh sunkar bole to phir itni baat kyu badhai. Jawaraat ise dedo. sandook tum lelo.
Sunar awak sa reh gaya birbal bola ki tumhi ne to apni sharat mein batlaya ki jo pasand karunga weh inhe de dunga. So tumhe jewraat pasand kiye h inhe dedo baki sandook tum le lo. Sunar kuch n bol saka weh janta . weh janta tha ki birbal kef aisle ka aswikar karunga to jail ki hawa khani padegi jyada lalch ki yahi natija hota h yeh soctha hua khali sandook lekar sunar ghar ko lauta. Kanjus ko jawaraat mil gaye, use lekar birbal ki chaturai se badha parsann hua kyunki unhone dudh aur pani ka bilkul alag-alag kar diya tha.



© http://www.rdshayri.com/birbal/kanjus_ka_najara.php#ixzz2rgqYVhxt

Begam Aur Naukarani

Ek din badshah jungal mein shikhar khelne jaa rahe the. Raste mein ek jungle aaurat ke ladka paida hote dekha, weh aurat ladke ke janam lete hi usse thokre mein rakhkar sir par utha liya. Aur khusi khusi gaon chali gayi. Badshah ne uski aisi laprehwahi dekh mann mein socha. Aakhir yeh bhi to aaurat hi h. phir begam ke ladke paida hote samay itna nakhra kyu dhiklati h?

Badshah ka mann begam ki taraf se phir gaya aur usi din se kathayi unse bolna chalna band kar diya.
Begam badshah ke iss akaran krodh se bahut ghabrayi hui aur lachar hokar birbal ki sharan mein gayi. Birbal ne unhe bhali–bhanti aashwasan dekar unka dukh door karne ka vachan diya aur bola– bhagwano se bagh sinchne ko manahi ka do.

Begam ne waisa hi kiya. Chand dino mein pani ke aabhao mein bagh ke saare phode murja gaye. Yeh dekh badshah bahut krodhit hue. Aur begam se pucha– pedho mein pani dalne ki manahi kyu ki gayi aur kisne ki?
Begam boli– swami humari aagya se maaliyo ne bagh sinchna band kar diya h hum logo ne vichar kiya ki jab jungal ke pedh podhe bina sinche hare–bhare rehte h inn bagho ke pedho ko sinchne ki kya jarurat h ? badshah begam ki manshah taadkar chup reh gaye, begam ke parti unke mann ka malal jata raha.



birbal akbar ke latife


Kat Kar Reh Gaye


Akbar badshah ne apne liye naye jute mangaye the. Darbar mein har koi juto ko dekhkar unii taarif kar raha tha. Birbal ke aane par unhe bhi jute dhikaye gaye. Unhe dekhkar birbal bola – alijaha ye jute kitne ke h? pure 200 rupee ke badshah ne utar diya. ek kitne mein pada ? 100 rupee ka badshah ne tatkal hi utar de dala. Aur phir apni hi baat par khus hi kat kar reh gaye.

Ek Pedh Do Malik

Akbar badshah ke pass ek anokha jhagda aaya. Dono ke bich aam ke pedh ko lekar vaad-vivad tha. Ek aadmi ka naam tha keshav aur dusre ka radhav. Dono padosi the. Unke ghar ke samne khali padhi jamin par ek aam ka pedh tha. Aam ke pedh par usi saal bor(aam lagne se purv phool) aakar aam lage the. Keshave kehta tha- pedh mera h, raghav ka dava tha pedh uska h. sabse badhi dikkat yeh thi ki 3 mahine pehle pedh ki rakhwali ke liye naukar rakha gaya tha. Naukar ka kehna tha ki use pedh ki rakhwali ke liye dono ne hi naukar rakha tha use dono ne hi aadha aadha paisa diya tha. Ath: use bhi nahi malum ki pedh kiska h. ?
Badshah ne unko faisla karne ki jimmedari birbal par chod di.


Hindi_akbar_birbal


birbal ne dono ki baate suni. Dono apni-apni baat se tas se mas na hue. Rakha gaya naukar bhi apni baa toe adha raha ki weh dono ko davedar manta h. sab aas-pass ke rehne walo ko bulakar pucha gaya to koi puri tarah se kisi ek ko malik nahi chun paya. Sab ka kehna ubb dono ko hi pedh ke niche aate jate pani dete hue dekha gaya h. aur dono hi pedh ke aadhe aadhe maalik banne ko tayar na the. Or birbal ko faisla bhi uchit karna tha.

Ab birbal ne dono davedaro ko yaha se jane ki aagya dekar agle din aane ko kaha. Or naukar ko apne yaha rokkar birbal ne kaha- we faisla dene tak chokidari khud kara lenge. Raat ke koi 9 se 10 baje ke Karib apne do vishwast naukaro ko pedh ki rakhwali ke liye bhejte hue unhe kuch baat birbal ne samjhayi. Unke piche rakhwale chokidar ko pehle keshaw ke yaha bhejkar birbal ne kehlwaya-
aam ke pedh ke niche kuch chor najar aaye h - raato raat saare aam todkar le jana chahate the- chalkar unhe dekho -
keshaw uss samay ghar tha nahi- patni thu, usne sandesh suna aur boli- unko aane do bhej dungi.
Rakhwale ne raghav ke ghar jakar- usi andaj se birbal ki shikayi baat kahi. Itfaq se raghav bhi uss waqt ghar na tha.

rakhwale ke sandesh de aane ke baad, birbal ke bheje dono aadmi keshaw aur raghav ke ghar ke piche deewar ki aadh mein andere ka lab uthakar chup gaye. keshav ghar aaya to uski patni ne rakhwale chokidar ki baat btayi keshav bola: khana lagao- baigar khaye piye choro se muqabal karne kaun jaye. Jo kuch hoga subh dekha jayega or fir konsa pedh mera h. -kyu apni jaan khatre mein dalne jau- chor fhal churane aaye h, to hathiyaar bhi laye honge." Yeh kehkar khana khakar keshav palang par soo gaya. Aur dusri ar jab raghav ghar aaya to uski patni ne btaya ki kuch chokidar aaye the or unhone ye sab kaha. To usne bhagkar lathi uthayi aur pedh ki tarah bhaga.

patni pehle khana to kha lo
raghv: khana to baad mein bhi khaya ja sakta h lekin chor fal keg aye to dobara nahi aayenge. Itne saal baad aam aaye h unki dekhbaal jaruri h.
dono ki baate sunkar chowkidar ne birbal ko pura sandesh sunaya. Or agle din jab ragav aur keshav birbal ke pass faisla sunne pahuche to baat kaafi had tak saaf thi. Or wo saari ghatna birbal ne raghav aur keshaw ko sunayi or raghav ko uska pedh saup diya. Aur keshav ko juth bolne ki saja mili.

Sher Ke Besh Mein Kiya Waar

Ek din delhi ke kaji se birbal ko dharm sambhandi charcha chidi. Jab kaji sab parkar se haar gaya to uske mann mein iss baat ke liye lajja utpann hui aur apne mann mein birbal ko maar dalne ka pran kar liya. Ye pran kar yatra ke bahane badshah se chute lekar nagar se bahar kisi dusre sehar ko chala gaya aur waha apna naam pata chipakar behrupiye ka swang shikne laga.
Jab weh uss fann mein hoshiyar ho gaya to behrupiye ka roop dharan kar delhi lauta. Sehar mein kahi jagah usne naye–naye swang nikale. Jisse logo mein uski kala ki charcha fail gayi. Dhire dhire yaha tak ki yeh baat badshah ke kaan mein ja padhi badshah ko uska swang dekhne ki parbal iccha hui.
Ek din sham ko shipahi bhej kar use bhulaya aur jab weh aaya to use naya swang dhiklane ki aagya di. Jab weh bola parthvinath! Mein sher ka sawang karna bahut acchi tarah janta hu. Par usme khoon bhi ho jane ki aashanka rehti h. yadi aapki taraf se mujhe ek khoon ki maafi di jaye. To mein aapke samne dhiklane ka upaye karu swang ke samay waha par deewan ka bhi rehna atayant jaruri h.
Badshah ne use ek khoon ki maafi dedi. Jab behrupiya apne ghar gaya to badshah bole–birbal! Jate samay behrupiya kehta gaya h ki bina birbal ke swang nahi dhiklaya jayega. Esliye uss waqt tumhara bhi waha rehna laajim h.



Akbar birbal aur madira


Birbal ne badshah ki aagya ko swikar kar liya parantu ussi waqt behrupiya ki baato ka silsila milane se gyat ho gaya ki ho n ho daal mein kala aveshe h. yeh mujhe dhoka dena chahta h. idhar badshah ki aagya ka palan karna bhi jaruri h.
Dusre din thik waqt par birbal darbar mein haajir hua. Idhar behrupiya bhi sinh ka swang banakar uchalne–kudne laga. Kala ko dekh badshah mohit ho gaye. Sabhi log uski parshansha karne lage. Itne mein weh banawati sher birbal par jhapta. Yeh dresh dekhte hi logo ko birbal ke marne ki aashanka hui. Behrupiye ne birbal ko maar dalne ke vichar se adhik parsishram kiya, parantu marna to door raha uske badan se ek boond khoon bhi bahar nahi nikla. Sabha ke log iss darseh ko dekkar dang reh gaye.
Birbal to pehle hi se kapat mudra ko taad gaya tha. Iss waste kurte ke niche sudurd kawach pehankar aaya tha. Jisse behrupiya ka koi astar sharir ko jkham na pahucha saka.
Badshah birbal ko jeevit dekhkar ati parshan hue, baat chipane ke abhipray se birbal ne uss behrupiye ki badhi parshansha ki.
Badshah ne birbal se pucha inhe kya inaam dena chaiye. Birbal ne kaha inko ek mahine ke liye deewan pad par niyukt karna chaiye, behrupiya ye sun khus ho gaya, birbal ne kaha jo sati ka swang thik thik karke dhiklaye to upar ki sharte mani jayengi. Athwa nahi.
Badshah ne iss baat ko apni jaban se dohrakar behrupie ko kaha jo tu kal sati ka sahi sahi swang karke dhiklayega to tujhe ek saal ke liye deewan pad par niyukt kiya jayega aur yadi chuk gaye to parndand diya jayega, behrupiye ne iss baat ko swikar kar liya.
Dusre din ussi waqt satri ka sawroop dharan kar darbar mein haajir hua. Birbal ne bhi unki dawa-daru ka intjaam pehle se hi kar rakha tha.waha koyle ka ek kund pehle se hi dehak raha tha. Kund ko dekhte hi behrupiye ka hosh thikane n raha. Usne samjh liya ki kal ka badla lene ke liye birbal ne birbal ne ye khurafat kiya h,ab isse bachkar nikalna katin h. bina agni mein baithkar bahar nikle ye sawang purn nahi ho sakta. Ussi waqt wo dawadol ho gaya or uske mann mein aaya ki badshah ko sara bhed bata de. Parantu ho darr ke karan chup hi reh gaya. Ant mein jab sati ka sawang dhiklate dhiklate samay aaya to agni mein khudkar apne pran de diye. Uski maut se jo asli bharam nahi jante the wo bahut dukhi hue. Parantu birbal ne sabko bata diya. Itna hi nahi balki badshah ke samne kahi sakhsiya dilwakar apni baat prmanit kar di.

Badshah birbal ki yukti se badhe khus hue. Aur uski nitipurwak chal se shatru ke marne ki chal unhe badhi pasand aayi aur parshansa karne lage.

Ek Bahadur Aur Kayar

Ek din badshah ne birbal se kaha ki birbal! Kal tum apne sath mein bahadur aur ek kayar ko lekar aana.
Birbal ne socha ki badshah ne ek hi bahadur aur kayar ko lane ki baat kahi h. yadi mein ek shurvir thata ek kayar ko le chalta hu. To badshah fauran hi keh denge. Ki maine to ek hi kaha tha tum do kaise laye. Ath: weh dusre din ek satri ko lekar darbar mein pahuche. Badshah ne kaha – birbal humne to tumhe ek bahadur aur kayar do ko lane ke liye kaha tha. Tum ek ko hi lekar aaye.
Birbal bole-hujur! Satri ka pati marr jata h. to weh bina agni ka beh khaye jeevet chita mein jal jati h. ath. Satri ke saman ko bahadur nahi h. aur waise ghar mein kabhi chuha bhi bhagta h to satri darr kar chikne lagti h. ath. satri ke saman kayar bhi koi nahi. Badshah yeh utar sun behad khush hue.



akbar birbal ki kahani


Parichay Ya Ghar Ka Pata



Birbal ka niyam tha darbar mein fursat pakar weh apna kuch waqt ekantwas mein bitaya karta tha. Ek din jabki darbar se khali hokar apne ghar laut raha tha. Raste mein use ek aadmi mila usne birbal se pucha-maharaj ji. Kya aap karpya karke mujhe birbal ke ghar ka pata bata sakte h. tab weh usko apne ghar ka pata batla kar waha se chalta bana. Weh aadmi puchta puchta birbal ke ghar ja pahucha. Aur ghar walo se birbal se milne ka anurodh karne laga. We bole- tau ji(uncle) bahar gaye h. tehar jao thodi der mein mulaqat ho jayeghi. Weh aadmi birbal ked war par baithkar unki partiksha karne laga.
Thodi der mein birbal aaya. Uss aadmi ne pehchan kar aascher ho pucha- deewan ji raste mein meri mulaqat aapse hui thi. Parantu waha par aapne parichay kyu nahi diya. birbal ne kaha aapka kehna satya h. lekin aapne mujhse ghar ka pata pucha tha jo maine batla diya tha. Yadi parichay pucha hota to mein aapka apna parichey deta. Uss admi ne kaha ki logo ke much se suna h ki aap nitye parti apna thoda waqt ekant mein bitate h. to uska kya karan h. birbal ne kaha aapko samjhana chaiye. Ekantwas se badha faiyda h. abbal to ekant mein manan ka saryotam sadhan h. yani kahi alag baithkar vichar karenge to aapko apni paristhiti aur hi kuch dhikayi padegi. Weh aadmi birbal ke utar se santusht hokar ghar laut gaya.



Baat, Baat mein antar



Ek raat akbar badshah ne swepan dekha ki unke mooh ka, samne ka ek daat chodkar shesh saare daat gir gaye h. badshah ko iss swepan se badhi chinta hui. unhone jyotishio, swepan ka bhed btane wale datao ko bulaya. Swepan ka fal janna chaha. Ek jyotisi ne kaha- yeh sewpan apsagun ki suchna h iska arth yeh nikalta h ki aapke samne hi aapke pariwar ke saare log marr jayenge
Badshah yeh sunkar krodit hue aur unhone sewako ko hokum diya ki iss insaan ko haathi ke pairo tale kuchalwa diya jaye.
Birbal ne suna- we khade hokar bole-
jahapanah, agar hukum ho to iss swepan ka bhed mein btau
Jarur btao
iss swepan ka arth yeh h ki aapke pariwar mein aapse adhik umar wala aur koi na hoga.
Jyotishi aur birbal ke kehne ka arth ek hi tha farq agar tha to bas baat kehne ke kehne ke dang mein. Badshah ne khush hokar kaha- bolo- kya mangte ho
agar dena hi h to aap iss insaan ki jaan baksh dijiye jisne swepan ka sahi bhed btaya, bas baat sambhalne ki kala use n aati thi
Badshah ne khush hokar jyotishi ki saja maaf kar di. Aur use purskar dekar vida kiya.

Char Murkh

Ek din manoranjan ke waqt badshah ke mann mein ek baat aayi sansar mein murko ki ginti soo se adhik h parntu mein char murkh dekhna chahta hu jinki jod ke dusre murkh n ho, badshah ne birbal se kaha iss dang ke char murkh talash karo ki jinki jod ke dusre n mile birbal ne kaha jo aagya hujur.
Dundne walo ko kya nahi mil sakta kewal sachi lagan honi chayie kuch door jane ke baad birbal ko ek aadmi dhikayi pada jot halo mein paan ka ek joda bida aur mithayi liye badhe uthshah se nagar ki taraf jaldi bhaga jar aha tha.
Birbal ne uss aadmi se pucha kyu sahib yeh saman kaha liye ja rahe ho jo aapke pair khusi ke maare zamin par nahi pad rahe h.



Char murkh

Aapke mann ko janne ki mujhe badhi iccha h, ataveh thoda kasht kar batlate jaye. Uss aadmi ne birbal ko talne ki kosish ki kyunki weh apni niyat jagah par jaldi pahuchna chahta tha. Parantu birbal ne bar-bar use btane ka agreh kiya tab weh insaan bola mein late ho raha hu, parntu aapke itni baar puch lene par bata dena bhi jaruri h.
Meri aurat ne dusra khsam kar liya h uske bhulae par uske naute mein ja raha hu.
Birbal ne uss aadmi ko apna parichay dekar rok liya aur kaha tumhe badshah ke pass chalne hoga tab hi tum aage ja sakoge weh badshah ka naam sunkar darr gaya aur lachar hokar birbal ke sath ho liya.
Weh isko lekar aage badha devyog se raste mein ek godhi sawar mila weh aap to godhi sawar tha par apne sir par ek badha gatthar rakha hua tha.
Birbal ne uss aadmi ne pucha kyu bhai ye kya mamla h.aap apne sir ka bhoj godhi par ladhkar kyu nahi le jate. Uss aadmi ne utar diya garib parwar meri yeh ghodi garbhini h aisi dashamein uss par itna bojh nahi lada ja sakta.
Yeh mujhe le ja rahi h ye kya kam ganimat h, birbal ne dara dhamka kar uss ghodi swar ko bhi apne sath le liya,
ab birbal dono ke sath badshah ke pass pahucha birbal ne kaha ye charo murkh aapke samne h.
Badshah to do ko ho dekh raha tha atah: bola teesra tatha chauta murkh kaha h?
Birbal ne kaha teesra number hujur ka h jo aapko aise murkh dekhne ki iccha hoti h chota murkh mein hu, jo inhe dhundh kar laya hu.
Badshah ko birbal ke aise sahi utar se badhi khusi hui jab unhe dono ki murkhta ka parichay mila to khil–khila uthe.

Birbal ki Khichdi

Ek Dafa badshah ne ek shart rakhi thi ki koi insaan raat bhar chati tak pani mein khada rahe to use 1000 rupee inaam diye jayenge.
Magh ke mahine ki kadhi sardi thi. Kaun apni jaan aafat mein dalta. Aakhir ek garib brahman jise apni ladki ki shadi karni thi tayar hua.
Raat bhar bechara pani mein khada raha, savere badshah ne use bulaya aur pucha ki tum kiske aasreh se pani mein khade ho. Sidhe brahman devta ne utar diya ki mein aapke kile ki kandil dekhta raha. Badshah ne kaha ki jarur hi tumhe uski garmi lagi hogi jao inaam nahi milega.

Bechara bhrahman rota hua birbal ke pass gaya aur sara haal keh sunaya.



birbal ki khichadi

Birbal ne use dandas bandhaya aur uske ghar bhej diya. Kuch din baad badshah ko shikar karne ki suji. Phir kyat ha sari sena tayar ho gayi. Badshah ne birbal ko bulaya. Jo naukar use bhulane gaya tha usne lautkar utar diya ki birbal khichdi bana rahe h khakar aayenge.
Lekin ghante baad bhi birbal n aaye to dusra naukar bheja usne bhi yahi utar diya do ghante ho gaye par birbal nahi aaye. Teesra naukar bheja usne bhi yahi utar diya . khichadi pak rahi h khakar aayenge.
Ab badshah ko badha krodh aaya. We aap hi birbal ke pass pahuche aur dekthe h ki panch gaj unchi balli par khichadi ki handi rakhi h aur jara si aag jal rahi h. birbal aaram se baithe hue h.
Birbal ne aascharya se pucha birbal ye kya tamasha ho raha h birbal ne utar diya khichadi pak rahi h yeh kaisi khichadi ? itni niche aag se khichdi ki handi ko kuch bhi garmi nahi lag sakti h yeh kaise ho sakta h? badshah ne badhi hairat se pucha.

Usi tarah jaise ki budhe brahman ko kile ki kandil se garmi pahuchi, birbal ne utar diya.
Yeh sunte hi brahman ko bulakar 1 hazar ruppe de diye, bechara brahman birbal ko hazaro aashirwad deta hua ghar gaya.

Hindi Jokes

Q: Jaanwar aur aadmi mein kya antar hai?
 A: Jaanwar sharab peene ke baad aadmi nahi banta
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Ek aadmi ki biwi maar gayi. Uska anteem sanskar karke jab wo ghar aya. Aur sharab peene laga. Achanak Bijlee kardki. Usne kaha: Lagta hai pahoonch gayi
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Buntu: Africa mein aadmi biwi ko shadi ke pehle jaanta nahi Champu: India mein toh biwi ka asli roop shadi ke baad bhi nahi jaan pata. Champu: Tune apni biwi ki shadi apne dushman se kyun karva di? Buntu: Abe samjha nahi? Maine ek teer se do shikaar kiye
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Exibition mein ek aadmi: Is painting ko inhone aise kyun latkaya hai? Doosra aadmi: Inhe is painting ka artist nahi mila na, isliye.
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Ek aadmi bus mein aankhen band karke baitha tha. Chantu: Kya hua? Man: Kuch nahi, mujhe boodhi auraton ko bus mein aise khade dekhna bahut bura lagta hai
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Aadmi: Beta, kya tumne pehni ghadi samay batati hai? Boy: Nahi uncle, samay jaanne ke liye ghadi mein dekhna padta hai.
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Ek aadmi beer bar se nikalkar: Yeh kaisi badboo hai bhai? 
Doosra aadmi: Yeh fresh air hai sir.
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Ek aadmi apni biwi ka antim sanskar kar ke, Ghar ja raha tha ke achanak bijli chamki, zor se barish huye, Aadmi bola lagta hai pahunch gai.


Monday, January 27, 2014

Santa Jokes

Santa Sharab Pikar
Sadhu Se Takra Gya
Sadhu Gusse Me- Aye Murkh
Me Tujhe SHRAAP Deta Hu
Santa-Rukiye Maharaj
Me Glas Leke Ata hu
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Santa apni grlfrnd k saath 1st date pe : Ye meri pehli date hai darling agr koi galti ya kami reh jaye toh chhota bhai samajh k maaf kr dena.
Sardar ko sapne me ek ladki ne chappal mari,
2 din tak sardar apne bank nahi gaya,
Qnki bank me likha tha..
“hum aapke sapne ko hakikat me badalte hain”
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Santa: I’ve Been Sending E-mails To William Shakespare…
Banta: William Shakespare Is Dead, Stupid…
Santa: No Wonder He Hasn’t Replied As Well…
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Santa: Yaar Uth Bhukamp Aa Raha Hai, Saara Ghar Hil Raha Hai.
Banta: Soja-Soja Ghar Girega To Makaan Maalik Ka, Hum To Kirayedar Hain..
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SANTA Ghar Ka Darwaza Ukhaad Ke Kandhe Pe Rakh Ke Ja Raha Tha.
Kisi Ne Puchha: Oye Kahan Ja Rahe Ho?
SANTA:Chabi kho gyi h Taala Khulwanay ja rha hun..
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Salesman-Which Soap U Use?
Santa-BABA’S Soap,BABA’S Paste,BABA’S Brush.
Salesman-Is BABA’S
An INTERNATIONAL Company?
SAnta: Baba Is My Room Mate
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Santa : Soch Raha Hu Ki USA Ghumaun,
Kitna Paisa Lagega?
Banta : Kuch B Nahi
Santa : Kaise?
Banta : Sochne K Liye Paise Nahi Lagte
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Preeto 2 maid:
Oh Kanta, I have 2 suspect that
Banta is having an affair with his secretary.
Kanta: I don’t believe it!
U r just trying 2 make me jealous.

संता-बंता Hindi Jokes

संता और बंता एक बैंक में नौकरी करते थे एक दिन उस बैंक में बैंक लूटने वाले घुस गए, उन्होंने पूरा बैंक लुट लिया और फिर सभी कर्मचारियों को दीवार के साथ खड़े होने को कहा, फिर उनसे उनके पर्स घड़ियाँ और कीमती चीजें छिनने लगे।

संता बंता भी उसी लाइन में खड़े थे तभी संता ने बंता के हाथों में कुछ पकड़ाया, बंता ने फुसफुसाते पूछ लिया कि,"ये क्या है?"

तो संता ने जवाब दिया कि,"वो 1000 रूपए है जो मैंने तुमसे उधार लिए थे।"
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एक बार संता चेन्नई गया और वहां अपने तमिल दोस्त के घर जाकर ठहरा।

अगले दिन वह बाजार में खरीददारी के लिए अकेले ही चल पड़ा उसके मित्र ने कहा कि,"जब तुम खरीददारी करोगे तो जो भी सामान खरीदोगे उसकी कीमत जितनी दुकानदार कहेगा तुम उसे कहना कि इसका आधा दूंगा।"

संता बाजार में पहुँच गया उसने एक स्टीरियो कि कीमत पूछी तो दुकानवाले ने कहा, "2000 रूपए।"

संता ने कहा,"मैं 1000 रूपए दूंगा।"

दुकान वाले ने कहा, "साहब 1800 रूपए में दे सकता हूँ"।

इस पर संता ने कहा, "900 रूपए।"

दुकानदार ने कहा, "साहब बस अब लास्ट रेट 1500 रूपए लगेगा।"

संता ने कहा,"750 रूपए।"

इस पर दुकानदार ने चिढ़ कर कहा, "मैं आपको ये स्टीरियो मुफ्त में ही दे देता हूँ।"

संता ने कहा, "मैं इसे तभी मुफ्त में लूँगा अगर तुम इसके साथ और एक स्टीरियो दोगे।"

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संता अपनी पत्नी जीतो और नवजात बच्चे को अस्पताल से घर लेकर आया।

जीतो ने संता से कहा कि,"बच्चे ने गिला कर दिया है इसका डाईपर बदल दो।"

संता: मैं अभी काम में व्यस्त हूँ मैं वादा करता हूँ कि अगली बार पक्का करूँगा।"

थोड़ी देर बाद जब बच्चे ने फिर गिला किया तो जीतो ने फिर से संता से कहा।

संता ने मासूमियत से जीतो की तरफ देखकर कहा,"मैंने यह नही कहा था कि अगला डाईपर मैंने तो यह कहा था कि जब अगला बच्चा होगा तब मैं पक्का करूँगा।" 

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जब संता घर पहुँच तो उसकी बीवी जीतो रो रही थी।

संता: डार्लिंग क्यों रो रही हो।

जीतो: आपकी माँ में मेरा अपमान किया है।

संता: अरे ऐसा कैसे हो सकता है माँ तो कब से गाँव वाले मकान में रह रही है वो तुम्हारा अपमान कैसे कर सकती है?

जीतो: आज सुबह ही एक चिट्टी तुम्हारे नाम आयी तो मैं उसे पढ़ने के लिए काफी उत्सुक हो गयी और चिट्टी के अंत में लिखा था:

डियर जीतो, जब तुम पढ़कर इस चिट्टी को ख़त्म कर दो तो इसे मेरे बेटे को देना मत भूलना।

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संता और बंता कई दिनों बाद मिले संता कुछ उदास सा लग रहा था और आँखों में आंसू थे।

बंता ने पूछा, "अरे तुम तो ऐसे लग रहे हो जैसे तुम्हारा सुब कुछ लुट गया हो क्या बात है?"

संता ने कहा, "अरे क्या बताऊँ तीन हफ्ते पहले मेरे अंकल गुजर गए और मेरे लिए 50 लाख रूपए छोड़ गए।"

बंता: तो इसमें बुरी बात क्या है?

संता ने कहा: और सुनो दो हफ्ते पहले मेरा एक चचेरा भाई मर गया जिसे मैं जानता भी नहीं था वो मेरे लिए 20 लाख रूपए छोड़ गया।

बंता ने कहा: ये तो अच्छा हुआ।

बंता ने कहा: पिछले हफ्ते मेरे दादाजी नहीं रहे और वो मेरे लिए पूरा 1 करोड़ छोड़ गए।

बंता ने कहा: ये तो और भी अच्छी बात है पर तुम इतना उदास क्यों हो?

संता ने कहा: इस हफ्ते कोई भी नहीं मरा।
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एक आदमी पेपर पढ़ रहा था जब उसकी बीवी ने उसके सिर पर जोर से फ्राईंग पैन दे मारा!

"यह किस लिए मारा", उस आदमी ने पूछा?

बीवी ने जवाब दिया,"आज तुम्हारी पैंट की जेब से एक कागज का टूकड़ा मिला उस पर 'जेन्नी' लिखा हुआ था इसलिए।"

"अरे पिछले हफ्ते मैं रेस कोर्स गया था और जिस घोड़ी पर मैंने पैसे लगाए थे उसका नाम 'जेन्नी' था", आदमी ने सफाई दी।

उसकी बीवी ने उससे माफी मांगी और वह अपना काम करने रसोई के अंदर चली गई।

तीन दिन बाद वह आदमी घर में टी.वी. देख रहा था जब उसकी बीवी ने और एक बड़े फ्राईंग पैन से उसके सिर पर इतने जोर से की वह बेहोश ही हो गया।

जब उस आदमी को होश आया उसने पूछा,"अब यह किस लिए मारा?"

"आज दिन में तुम्हारी घोड़ी का फोन आया था तुम्हारे बारे में पूछ रही था इसलिए", उसकी बीवी ने जवाब दिया।

Hindi Joke

कबाडी की दुकान पर एक संगीतकार ने अपनी वायलिन दिखाते हुए पूछा -क्या दोगे ? कबाडी- इस टूटे-फूटे वायलिन का तो दस रुपया दूगा ! संगीतकार -बस दस रुपये ? इसे बजाना बन्द करने के लिए पचास रुपये तो मेरे पडोसी दे रहे थे
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सेठानी - देखों आया , तुम अपनी तनख्वाह से ज्यादा तो बर्तन तोड देती हो | नौकरानी -किचन में बहुत भीड हो रही थी | सेठानी- नुकसान तो हमारा हुआ ना ? नौकरानी -मालकिन मेरी तनख्वाह बढा दीजिए , बर्तन कम हो जाएंगे तनख्वाह आगे निकल जाएगी
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बस में बैठी हुई एक खूबसूरत युवती की गोद में कुत्ते का पिल्ला देखकर एक वृद्ध महिला ने कहा -बेटी ,अगर इस पिल्ले की जगह तुम्हारी गोद में कोई नन्हा -मुन्ना बच्चा होता , तो तुम्हारी सुंदरता में चार चांद लग जाते | सुंदर युवती ने बुरा सा मुंह बनाकर कहा -मैं शादी -शुदा नहीं हुं 
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नेताजी - चिल्ला -चिल्ला कर कह रहे थे -हर आदमी को हर चीज मिलनी चाहिए | जो चीज तुम्हें अच्छी लगे ,ले लो | यदि तुम्हें भूख लगे तो खाने की दूकान लूट लो | यदि ठण्ड लगे तो दुकान का सबसे अच्छा सिला कोट उठा लो.... भाषण देने के बाद वे मंच से नीचे उतरे और चिल्लाए -अरे मेरी साइकिल कौन उठा ले गया 
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गीता-दुनिया में कैसे- कैसे ४२० लोग भरे पडे है रिता-क्यों क्या हुआ | गीता- आज सवेरे दूधवाली मुझे खोटी अठन्नी दे गयी | रिता- कहा है वह अठन्नी | गीता -वह तो मेने सब्जीवालें को देकर सब्जी खरीद ली 
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अध्यापक ( छात्रों से ) - अगर न्यूटन पेड़ के नीचे नहीं बैठते और उनके सिर के ऊपर सेब नहीं गिरता तो गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत हमें कैसे पता चलता |

्छात्र - सर ! बिलकुल सही कहा आपने , अगर न्यूटन हमारी तरह क्लास में बैठकर इसी तरह किताब पढ़ रहे होते तो वो भी कोई आविष्कार नहीं कर पाते


Thursday, January 23, 2014

SMS Jokes



1. तुम्हारी अदाओं पे मैं वारी-वारी...
डायल 139 फॉर रेलवे एंक्वायरी!

2. न जीने की आरजू, न मरने का खौफ...
द नंबर यू आर ट्राइंग टु रीच इज करन्टली स्विच्ड ऑफ!

3. अपने गमों को दिल में दबा लो...
नया गोदरेज हेयर डाई, काटो घोलो और लगा लो!
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बढ़ाएं फोन की बैटरीhttp://navbharattimes.indiatimes.com/hansimazakshow/29160654.cmsबढ़ाएं फोन की बैटरी- Hansimazak - Navbharat Times:

फोन की बैटरी बढ़ाने के तीन लल्लनटॉप तरीके... ;)
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कोई फेसबुक नहीं!
कोई ट्विटर नहीं!
कोई वॉट्सऐप नहीं!

कपिल बोस
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2.8 घंटे में 21 किमी!http://navbharattimes.indiatimes.com/hansimazakshow/29112284.cms2.8 घंटे में 21 किमी!- Hansimazak - Navbharat Times:


हेलो दोस्तो! अभी-अभी 21 किलोमीटर दौड़कर आ रहा हूं, वह भी सिर्फ 2.8 घंटे में! उम्मीद नहीं थी मैं ऐसा कर पाऊंगा...
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टेंपल रन वाकई बढ़िया गेम है! :D 
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बिना GF के
http://navbharattimes.indiatimes.com/hansimazakshow/29058104.cmsबिना GF के- Hansimazak - Navbharat Times:


बिना जीएफ (GF) के दुनिया कुछ नहीं!
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मेरा मतलब है बिना ग्रैविटेशनल फोर्स के!
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चालाक संता
http://navbharattimes.indiatimes.com/hansimazakshow/29004614.cmsचालाक संता- Hansimazak - Navbharat Times:


संता एक डॉक्टर के पास गया और पूछा: डॉक्टर साहब, घर चलकर चेक करने की क्या फीस है?

डॉक्टर ने कुछ सोचा और बोले: 300 रुपए!

संता बोला: ठीक है, तो चलिए!

इतना सुनते ही डॉक्टर ने अपनी बाइक निकाली और संता के साथ उसके घर जा पहुंचे!

वहां पहुंच कर डॉक्टर ने पूछा: मरीज किधर है?

संता: अरे, मरीज-वरीज कोई नहीं है, टैक्सी वाला 500 रुपए मांग रहा था और तुम 300 में ले आए!

सौरभ
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ऐडमिन डिपार्टमेंट में लड़क
http://navbharattimes.indiatimes.com/hansimazakshow/28957998.cmsऐडमिन डिपार्टमेंट में लड़का- Hansimazak - Navbharat Times:

लड़कीवाले (लड़के से): बेटा, तुम क्या करते हो?
लड़का: जी, ऐडमिन डिपार्टमेंट में हूं।

लड़कीवाले: कौन-सी कंपनी में बेटा?
लड़का: वॉट्सऐप पर 3-4 ग्रुप हैं, उन्हीं का ऐडमिन हूं! :P

सुधीर मिश्रा

Wednesday, January 22, 2014

Children Hindi Jokes

  • गाय और बिल्ली


  • गायें और बिल्ली दोनो बहने होती है !
  • कैसे?
  • अर्रे हम गाय को गाय माता बुलाते हैं और बिल्ली को बिल्ली मौसी ,हुई न दोनो बहने !!

  • Click here to go to Free Science Videos for Kids
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  • Potato Fever?


  • रामु ने नई नई अंग्रज़ी सीखी ।
  • वह एक फल वाले को बोला : ओये मुझे एक potato फीवर देना ।
  • फल वाला बोला :यह क्या होता है।
  • रामु :अर्रे ,इतना भी अंग्रज़ी नही आता ,मेरा मतलब आलू बुखारा !

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  • पप्पू की लाटरी


  • पप्पू भगवान से हर रोज़ दो घंटे प्रार्थना करता था 'हे भगवान मेरी लाटरी निकाल दे '
  • ऐसा करते कई साल बीत गये पर पप्पू की लाटरी नही निकली
  • एक दिन पप्पू प्रार्थना कर रहा था भगवान जी आये और पप्पू को एक थप्पड़ मारा
  • पप्पू ने पूछा :भगवान जी थप्पड़ क्यूँ मारा ?
  • भगवान जी बोले :पहले लाटरी की टिकट तो खरीद ले

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  • पप्पू और प्रॉब्लेम


  • पप्पू डॉक्टर के पास गया और बोला : एक प्रॉब्लेम है ,मुझे बात करते वक्त सामने वाला आदमी दिखाई नही देता
  • डॉक्टर ने पूछा :ऐसा कब होता है ?
  • पप्पू :जब भी मैं अपने मोबाइल फोन पर बात करता हूँ
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  • 5 में से 5 घटाया


  • अध्यापक ने पप्पू से पूछा : 5 में से 5 घटाया तो कितने बचे ?
  • पप्पू ने कोई जवाब नही दिया
  • अध्यापक ने दोबारा कोशिश की :अगर तेरे पास पाँच भटूरे हों
  • और में पाँचों ले लूँ ,तो तेरे पास क्या बचा
  • पप्पू : चने

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  • साइंस टेस्ट में कमाल


  • पप्पू ने साइंस टेस्ट में कमाल कर दिया
  • प्रशन :ऐसी एक चीज़ liquid बतायें जो गरम करने पर ठोस (solid) बन जाती है
  • सारे अध्यापक फैल हो गये पर पप्पू ने सही जवाब दिया
  • पप्पू का जवाब था : बेसन का पकोड़ा

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  • 15 फल


  • टीचर ने पप्पू से पूछा 15 फलों के नाम बताओ
  • पप्पू बोला : संतरा ,सेब,केला
  • टीचर बोली :और बताओ
  • पप्पू: एक दर्ज़न केले और ले लो , हो गये 15!

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  • नोट गीला हो जायेगा


  • मुना : अरे एक बात बताओ यह गांधी जी नोट पर हँसते ही क्यूँ रहते हैं ?
  • सर्कत : अरे अगर वो रोयेन्गे तो नोट गीला हो जायेगा ना

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  • पहचाना


  • पप्पू ने एक राह चलती हुई लड़की से पूछा : मुझे पहचाना ?
  • लड़की ने बोला : नही तो,आप कौन हैं?
  • पप्पू: अरे , मैं वही हूँ जिसको आपने कल भी नही पहचाना था

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  • पानी में रहने वाले पाँच जानवर


  • शिक्षक: पानी में रहने वाले पाँच जानवरों के नाम बताओ?
  • पप्पू: जी मेंढक
  • टीचर: और अन्य चार?
  • पप्पू: मेंढक की मां, मेंढक के पिता, मेंढक के भाई और मेंढक की बहन
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