Hasya Kavita in hindi
यूपी में 2012 के विधानसभा चुनावों में गजब का उलटफेर देखने को मिला. हाथी जो पिछले पांच साल से यूपी में राज कर रहा था उसे अखिलेश यादव ने अपनी साइकिल से इतना भगाया कि बेचारा थक कर बैठ गया. साइकिल की रफ्तार को ना राहुल गांधी अपने हाथ से रोक पाए और ना ही कमल कुछ कमाल कर सका. लेदेकर आज मुलायम सिंह यादव के सुपुत्र अखिलेश यादव को यूपी के मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी तो चलिए इस मौके पर दो हास्य कविताएं पढ़े जिसमें से एक है जागरण जंक्शन मंच के प्रतिष्टित लेखक अविनाश वाचस्पति जी की. अविनाश जी के ब्लॉगस्पोट पर हमें यह कविता पढ़ने को मिली जो बेहद बेहतरीन है.
Election Poem in hindi : यूपी के सिर लाल टोपी: हास्य कविता
यूपी के सिर लाल टोपी,
कर गई कमाल टोपी
हाथी को हिला दिया,
मचा गई बवाल टोपी
रहा न कोई सवाल,
गणतंत्र भी है अब सुर्ख लाल
हाथ, हाथी की उधेड़ खाल,
टोपी बन गई सरताज
राहुल को बना लल्लू,
चेहरा कर गई लाल टोपी
बचे न सिर पर तनिक बाल,
कर गई कमाल टोपी
न उनकी आंखों में शर्म,
जलवा कर गई निहाल टोपी
आन बान और शान की,
मिसाल बनी है लाल टोपी
-अविनाश वाचस्पति
टूटे हाथ में कमल मेरे: हास्य कविता
बड़ी मुश्किल से हाथी
काबू में आया है
अगले पाँच साल के लिए
बांध के सुलाया है
महावत ही खा रहा था
हाथी का खाना
बच नहीं पा रहा था
कुछ उसके अपने ही
परिवार के लिये दाना
महावत आज बहुत
खुश नजर आ रहा था
अपनी छकड़ा साईकिल
निकाल कर बहुत
इतरा रहा था
अगले पाँच साल वो
साइकिल में जाया करेगा
हाथी बेचारा बैठे बैठे
सूँड हिलाया करेगा
मेरा कुछ हो पायेगा
मुझे कुछ भी नहीं मालूम
टूटे हाथ में कमल मेरे
पहले की तरह मुरझाया करेगा
-डॉ. सुशील कुमार जोशी
यूपी में 2012 के विधानसभा चुनावों में गजब का उलटफेर देखने को मिला. हाथी जो पिछले पांच साल से यूपी में राज कर रहा था उसे अखिलेश यादव ने अपनी साइकिल से इतना भगाया कि बेचारा थक कर बैठ गया. साइकिल की रफ्तार को ना राहुल गांधी अपने हाथ से रोक पाए और ना ही कमल कुछ कमाल कर सका. लेदेकर आज मुलायम सिंह यादव के सुपुत्र अखिलेश यादव को यूपी के मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी तो चलिए इस मौके पर दो हास्य कविताएं पढ़े जिसमें से एक है जागरण जंक्शन मंच के प्रतिष्टित लेखक अविनाश वाचस्पति जी की. अविनाश जी के ब्लॉगस्पोट पर हमें यह कविता पढ़ने को मिली जो बेहद बेहतरीन है.
Election Poem in hindi : यूपी के सिर लाल टोपी: हास्य कविता
यूपी के सिर लाल टोपी,
कर गई कमाल टोपी
हाथी को हिला दिया,
मचा गई बवाल टोपी
रहा न कोई सवाल,
गणतंत्र भी है अब सुर्ख लाल
हाथ, हाथी की उधेड़ खाल,
टोपी बन गई सरताज
राहुल को बना लल्लू,
चेहरा कर गई लाल टोपी
बचे न सिर पर तनिक बाल,
कर गई कमाल टोपी
न उनकी आंखों में शर्म,
जलवा कर गई निहाल टोपी
आन बान और शान की,
मिसाल बनी है लाल टोपी
-अविनाश वाचस्पति
टूटे हाथ में कमल मेरे: हास्य कविता
बड़ी मुश्किल से हाथी
काबू में आया है
अगले पाँच साल के लिए
बांध के सुलाया है
महावत ही खा रहा था
हाथी का खाना
बच नहीं पा रहा था
कुछ उसके अपने ही
परिवार के लिये दाना
महावत आज बहुत
खुश नजर आ रहा था
अपनी छकड़ा साईकिल
निकाल कर बहुत
इतरा रहा था
अगले पाँच साल वो
साइकिल में जाया करेगा
हाथी बेचारा बैठे बैठे
सूँड हिलाया करेगा
मेरा कुछ हो पायेगा
मुझे कुछ भी नहीं मालूम
टूटे हाथ में कमल मेरे
पहले की तरह मुरझाया करेगा
-डॉ. सुशील कुमार जोशी
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