एक कंजूस अपने खेत में जा रहा था | एकाएक
उसे एक कांटा चुभ गया | वह बड़ी बहादुरी से कांटा निकालते हुये बोला , खुदा तेरा
लाख-लाख शुक्र है कि
मैं जूते पहन कर नहीं आया वर्ना मेरे अच्छे जूते में सूराख पड़ जाता |
मैं जूते पहन कर नहीं आया वर्ना मेरे अच्छे जूते में सूराख पड़ जाता |
...............................................................................
दो पागल पागलखाने में घूम रहे थे | उनको एक
कुत्ता दिखाई दिया | एक पागल फौरन उसके पास पहुंचा और अदब से झुककर कहा , आदाब अर्ज
करता हूं हाथी साहब | दूसरे ने कहा , अबे यह हाथी है ? पहले ने जवाब दिया , मुझे भी
मालूम है कि यह घोड़ा हैं | मैं तो यूं ही मजाक कर रहा हूं |
...............................................................................
नौकर रोने लगा - साहब का कुत्ता मर गया
?
साहब बोले - भई , तुम हमारे कुत्ते को बहुत ज्यादा प्यार करते थे ?
नौकर बोला - साहब , कुछ मत पूछिए , जानी हमेशा झूठी रकाबियां जीभ से चाटकर साफ कर देता था | धोने-धुलाने से बच जाता था , हे भगवाव अब बरतन
कैसे साफ करूंगा ?
साहब बोले - भई , तुम हमारे कुत्ते को बहुत ज्यादा प्यार करते थे ?
नौकर बोला - साहब , कुछ मत पूछिए , जानी हमेशा झूठी रकाबियां जीभ से चाटकर साफ कर देता था | धोने-धुलाने से बच जाता था , हे भगवाव अब बरतन
कैसे साफ करूंगा ?
...............................................................................
मालकिन को उदास देखकर नौकरानी ने कारण पूछा
तो मालकिन ने बताया - मेरे पति ऑफिस की सुंदर लड़की से प्यार करने लगे हैं
|
नौकरानी ने कहा - नहीं ऐसा कभी नहीं हो सकता | यह सब आप मुझे जलाने के लिए कह रही हैं |
नौकरानी ने कहा - नहीं ऐसा कभी नहीं हो सकता | यह सब आप मुझे जलाने के लिए कह रही हैं |
...............................................................................
एक दोस्त ने वकील से कहा - वकील साहब ,
कोर्ट में तो आप अच्छे -अच्छों की बोलती बंद कर देते हैं , लेकिन नाई की हर बात में
हां में हां मिलाते जा रहे हैं ,
ऐसा क्यों ?
वकील बोला - भला ऐसे आदमी से व्यर्थ बहस क्यों करूं जिसके कैंची और उस्तरे के बीच में मेरा सिर हो |
ऐसा क्यों ?
वकील बोला - भला ऐसे आदमी से व्यर्थ बहस क्यों करूं जिसके कैंची और उस्तरे के बीच में मेरा सिर हो |
...............................................................................
जज (गवाह से )- जब इस स्त्री की अपने पति
के साथ लड़ाई हुई तब तुम कहा मौजूद थे ?
गवाह ( जज से )- हुजूर , में लड़ाई के वक्त वहां खड़ा था |
जज - अच्छा , तो तुम गवाह की हैसियत से कुछ कहना चाहते हो ?
गवाह - हुजूर , यही कि मैं कभी शादी नहीं करूंगा |
गवाह ( जज से )- हुजूर , में लड़ाई के वक्त वहां खड़ा था |
जज - अच्छा , तो तुम गवाह की हैसियत से कुछ कहना चाहते हो ?
गवाह - हुजूर , यही कि मैं कभी शादी नहीं करूंगा |
No comments:
Post a Comment