Monday, February 17, 2014

ऐंग्री बर्ड से 'जासूसी' !


http://navbharattimes.indiatimes.com/hansimazakshow/29592108.cmsऐंग्री बर्ड से 'जासूसी' !- Hansimazak - Navbharat Times:



अपने मोबाइल पर जिस ऐंग्री बर्ड गेम पर आप घंटो बिता देते हैं, हो सकता है कोई उससे आपकी जासूसी कर रहा हो। जी हां, एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरीका और ब्रिटेन की डिटेक्टिव एजेंसियां नियमित रूप से ऐंग्री बर्ड और अन्य मोबाइल ऐप्लिकेशंस की मदद से लोगों की निजी जानकारियां हासिल करने की कोशिश कर रही हैं।

राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) के एक दस्तावेज़ से पता चला है कि मोबाइल ऐप्लिकेशन से कन्जयूमर्स के ठिकाने, देखी गई वेबसाइट्स और उनके संपर्क से जुड़े आकड़ों सहित अन्य जनाकारियां पाने की कोशिश की जा रही है। एडवर्ड स्नोडेन द्वारा जारी किए गए दस्तावेजों से हुआ यह सबसे ताजा रहस्योद्घाटन है।

एनएसए ने एक बयान में कहा है कि 'वैध विदेशी खुफिया टार्गेट' के आंकड़ों के अलावा अन्य किसी भी आंकड़ें में एजेंसी की कोई दिलचस्पी नहीं है। इस बयान में कहा गया है कि ऐसा कोई अंदेशा जताना कि विदेशी खुफिया आंकड़ों को जुटाने का एनएसए का कार्यक्रम आम अमेरीकी नागिरकों के स्मार्टफोन या सोशल मीडिया पर केंद्रित है, सही नहीं है।

'न्यू यॉर्क टाइम्स', 'प्रो-पब्लिका' और 'द गार्डियन' द्वारा प्रकाशित इस रिपोर्ट में कहा गया है कि एनएसए और ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी जीसीएचक्यु साल 2007 से ही मोबाइल फोन और टैबलेट ऐप्लिकेशन के माध्यम से जानकारी इकट्ठा करने के तरीके विकसित करने के लिए मिलकर काम कर रही हैं।

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